क्यों इस मंदिर में चढ़ाये जाते हैं लकड़ी के लिंग ?
आस्थावान लोगों का मानना है कि इससे देवी प्रसन्न होती हैं, और प्रजनन शक्ति का वरदान देती हैं। चाओ माई को बुद्ध पूर्व काल की एक वृक्ष-देवी माना जाता है। इस मंदिर में पूर्वी एशिया के देशों और पूरे थाईलैंड से महिलाएं आती हैं और भेंट चढ़ाकर प्रजनन का वरदान मांगती हैं।
सिंधु घाटी सभ्यता में भी लिंग और योनि पूजा के प्रमाण मिले हैं और यह मंदिर भी उसी मानवीय पुरातन आस्था को दर्शाने का एक उदाहरण है। इस मंदिर में पुरुषों का जाना निषिद्ध है, इस मंदिर में केवल महिलाएं ही जा सकती है।
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